लेखनी प्रतियोगिता - मन और मस्तिष्क 🤔
मन और मस्तिष्क
मन मुताबिक हो तो सब भला लगता है,
परंतु कहीं अगर, इसके मन सा ना हो,
ये अत्यंत विचलित हो जाता है,
कहने को कहते हैं,
कि दिल और दिमाग में से,
दिल की सुननी चाहिए,
पर ये दिल अक्सर भावनाओं में बह जाता है,
फिर ये थोड़ा दुखी, थोड़ा विचलित हो जाता है,
और अगर करें अपने दिमाग से काम,
तो ये मन उसकी हां में हां नहीं मिला पाता है
और क्या सही, क्या गलत का खेल,
अनवरत चलता जाता है।।
गुरुपर्व की हार्दिक शुभकामनाओं सहित 🙏💐💐💐🎉🎊🎉🎉
प्रियंका वर्मा
8/11/22
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Swati chourasia
09-Nov-2022 10:50 AM
बहुत खूब
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Punam verma
09-Nov-2022 08:25 AM
Very nice
Reply
Gunjan Kamal
08-Nov-2022 01:27 PM
बेहतरीन अभिव्यक्ति
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